Call us # 9 8 6 8 5 6 7 2 4 5 or info@9868567245.com
OM JYOTISH POINT: Match Making; Vivah Sanskar; Jatak Naamkaran Sanskar; Havan Pooja; Grah Shanti; Mool Shanti; Ramayan Path; etc.;
home.html home.html home.html download.html contactus.php
<









श्री हनुमान चालीसा

संकटमोचन हनुमान

बजरंग बाण

श्रीरामचरितमानस

सुंदरकाण्ड : पाठ

सुंदरकाण्ड : भावार्थ

Bhajan-Mala

test

आरती

श्री रामायणजी की आरती

श्री हनुमानजी की आरती

आरती कुंजबिहारी की

ॐ जय जगदीश हरे

ॐ जय गंगे माता

 

: श्री रामायणजी की आरती :


आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद। बालमीक विज्ञान विशारद।

शुक सनकादि शेष अरु शारद। बरनि पवनसुत कीरति नीकी॥

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥


गावत वेद पुरान अष्टदस। छओं शास्त्र सब ग्रन्थन को रस।

मुनि-मन धन सन्तन को सरबस। सार अंश सम्मत सबही की॥

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥


गावत सन्तत शम्भू भवानी। अरु घट सम्भव मुनि विज्ञानी।

व्यास आदि कविबर्ज बखानी। कागभुषुण्डि गरुड़ के ही की॥

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥


कलिमल हरनि विषय रस फीकी। सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की।

दलन रोग भव मूरि अमी की। तात मात सब विधि तुलसी की॥

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

            All contents copyright © Company Name. All rights reserved                                                                                                                                      Designed & Developed By KPS : 9868567245 :